हर साल 25 मई को वर्ल्ड थायराइड डे ,यानी विश्व थायराइड दिवस मनाया जाता है और इस दिन का मुख्य उद्देश्य थायराइड के बारे में जागरूकता फैलाना और थायराइड रोग के रोकथाम और उपचार के बारे में जानना है|
2008 में यूरोपीय थायराइड एसोसिएशन और अमेरिकन थायराइड एसोसिएशन के नेतृत्व में इस अभियान को एक भाग के रूप में शुरू किया गया, जिसके बाद इसे लैटिन अमेरिकन थायराइड एसोसिएशन के साथ मिलकर रोगियों के थायराइड रोग और उनका इलाज करने वाले चिकित्सक के लिए मनाया जाने लगा |
थायराइड क्या है?
थायराइड तितली की आकार की एक ग्रंथि है, जो गर्दन के निचले हिस्से में स्थित एंडोक्राइन ग्रंथि में होती है, जो गले में t3 Thyroxine और t4 Thriiodothyronine का निर्माण करती है | यह यराइड ग्रंथि शरीर में थायराइड उत्तेजक हार्मोन टीएसएच नामक जो हार्मोन बनाती है ,उससे शरीर में दूसरे हार्मोन के प्रति होने वाली संवेदनशीलता नियंत्रित होती है|
थायराइड के क्या लक्षण होते है ?
थायराइड हार्मोन की कमी से शरीर में होने वाले बदलाव
1अचानक शरीर का वजन बढ़ना या घटना 2चिड़चिड़ापन बढ़ता जाना
3तेजी से बालों का गिरना
4थकान और कमजोरी महसूस होना
5 गर्दन के पास वाली स्किन की सिल्वटो का काला होना
6चिंता और घबराहट बढ़ना
7अच्छी नींद ना आना पसीना ज्यादा आना
8 हर वक्त आलस भरा रहना
यह सारे थायराइड के लक्षण है, आपके शरीर में अचानक आने वाले ऐसे बदलाव यह इशारा करते हैं कि आप थायराइड बीमारी से ग्रसित हो चुके हैं |आपको बिना रुके अच्छे चिकित्सक को दिखाना चाहिए|
इसकी अनियमितता के कारण थकान होने लगती है, और महिलाओं में थायराइड की कमी के कारण माहवारी में अनियमितता आ जाती है| अधिकता के कारण पीरियड का समय बढ़ जाता है, पीरियड के बीच का समय घट भी जाता है|
क्या है दवाई लेने का सही समय?
डॉक्टर हमेशा थायराइड की मेडिसिन को सुबह खाली पेट लेने की सलाह देते हैं| थायराइड की मेडिसिन खाली पेट ही अपना काम करती है |इसे सप्ताह के हर दिन सुबह खाली पेट लेना होता है |अगर आप इस खाना खाने के बाद लेते हैं तो हमारा शरीर दवाई को पूरी तौर से अब्जॉर्ब नहीं कर पाता| और इस दवाई का कोई असर नहीं होता| इसलिए आप सदैव दवा को खाली पेट लें ,और इसका असर तभी अच्छा आपके शरीर पर दिखता है | आपको इस दवा का पूरा फायदा मिलता है इस दवा को चाय और कॉफी के साथ कभी ना लें| डॉक्टर के अनुसार यह दवा किसी दूसरी दवाओं के साथ नहीं ले ,अगर दो तरह की दवा आपको खाली पेट लेनी है ,तो दोनों के बीच में आधा घंटे या 1 घंटे का अंतर अवश्य रखें| जिससे आपके शरीर पर दोनों दवाए अपना अपना असर दिखा सकें |
क्या जीवन भर दवा लेनी पड़ेगी?
थायराइड का डोज आपके अंदर हार्मोन बदलाव के अनुसार समय-समय पर बदलता रहता है | लोगों को कई बार लंबे समय तक दवा लेने की जरूरत पड़ती है |अक्सर ज्यादा मरीजों में यह डिसऑर्डर पूरी तरह से क्योंर नहीं होता |कई बार दवाई पूरी जिंदगी लेनी पड़ती है |आजकल यह डिसऑर्डर पुरुषों में भी देखा जा रहा है ,लेकिन पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में थायराइड की समस्या दिनोंदिन बढ़ रही है | आजकल प्रेगनेंसी के बाद अधिकांश महिलाओं को थायराइड की समस्या हो जाती है डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाई लेनी चाहिए| जिससे हार्मोन का लेवल कंट्रोल हो सकता है|
क्या थायराइड पूरी तरह से ठीक हो जाता है?
अगर हम शुरुआत में पहचान लेते हैं लक्षण, थायराइड को पूरी तौर से ठीक किया जा सकता है |इससे आपको छुटकारा भी मिल सकता है, लेकिन अगर हमने थायराइड के लक्षण देखते हुए भी पहचानने में देर लगा दी| तो हमें थायराइड की दवा खाली पेट ताउम्र खानी पड़ सकती है |इसलिए हमें इन चीजों को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए |अगर ऐसे लक्षण हमारे शरीर में हमें दिखते हैं ,इसकी जांच खून के द्वारा होती है, जब हम इसकी जांच कराते हैं तो हमें हमारे शरीर में हार्मोन का कितना डिसऑर्डर है वह पता चल जाता है, t3, t4 ,tsh के द्वारा हम यह पता लगा सकते हैं कि हमारे शरीर में हारमोंस का डिस्टरबेंस कितना ज्यादा और कम है | रिपोर्ट मिलने के बादहमें हमेशा एक अच्छे चिकित्सक के पास जाकर दिखाना चाहिए |जिससे कि हमारी बीमारी जल्द पकड़ में आ सके, और हम जल्द ही अपनी बीमारी से मुक्त हो, और समय से हमें सही इलाज और दवा मिल सके|