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बचपन से ही अलक्षेंद्र को अलग-अलग भाषाओं को सीखने का शौक था


अलक्षेंद्र को बचपन से ही अलग-अलग भाषाओं को सीखने का शौक तब हुआ जब उसने हिंदी वर्णमाला और इंग्लिश लैंग्वेज अल्फाबेट सीखना शुरू किया। बिना किसी मदद के मोबाइल से ही सेल्फ स्टडी स्टार्ट की अभी वह 8 भाषाएं सीख रहा है और सभी 8 भाषाओं की वर्णमाला तथा गिनती ओं में निपुण है वह इन 8 भाषाओं के गिनतियां तथा वर्णमाला को लिखना तथा सुना सकता है।
अलक्षेंद्र की फोटोजेनिक मेमोरी है वह चीजों को एक बार देखने से ही याद कर लेता है वह चीजों को देखकर नहीं भूलता है।
मैथ में इलेक्शन बहुत अच्छा है मैथ्स उसका मनपसंद विषय है वह नंबर से खेलना पसंद करता है छोटी सी इतनी छोटी सी उम्र में वह बड़े बड़े मुश्किल सवाल हल कर देता है और ज्यादा से ज्यादा स्किप काउंटिंग और डिफरेंट काउंटिंग्स को जल्दी से याद कर लेता है। क्रिएटिव वह हर कार्य में क्रिएटिव होने का प्रयास करता है तथा उसे हारना पसंद नहीं है। अलक्षेंद्र को सिंगिंग तथा म्यूजिक का भी बहुत शौक है उसकी वाणी में मिठास है वह गाने गाते समय बहुत इंजॉय करता है तथा उसका पसंदीदा वाद्य यंत्र प्यानो है वह अपनी पोयम्स को पियानो की धुन के साथ गाना पसंद करता है। सुंदर लेख अलक्षेंद्र को साफ सुथरा लिखना पसंद है वह अल्फाबेट स्कोर बहुत ही सुंदरता से बनाता है वह साफ कार्य करने में बिलीव करता है
नाम -अलक्षेंद्र प्रताप सिंह
कक्षा -दूसरी
पिता का नाम- प्रवीण कुमार
माता का नाम -रजनी रानी
आयु -6 वर्ष
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