
नजीबाबाद: निकाय चुनाव की सियासत को लेकर पार्टी के ही लोग अपनी ही पार्टी की टांग खींचने में जुटे हुए हैं। भाजपा और सपा में टिकट को लेकर सबसे अधिक मारामारी देखने को मिल रही है तो वहीं दूसरी तरफ टिकट की दावेदारी में सबसे आगे निकलने पर पार्टी के दूसरे उम्मीदवार टांग खींचने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं।
बता दे कि निकाय चुनाव को लेकर भले ही अभी तक कोई भी घोषणा नहीं हुई है लेकिन फिर भी सियासी बिसात जमकर बिछाई जा रही है। पार्टी से टिकट की दावेदारी में जो भी उम्मीदवार आगे दिखाई देता है तो उसी पार्टी के दूसरे उम्मीदवार उसकी छीछालेदर करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। वैसे तो नजीबाबाद निकाय चुनाव की सीट सपा का गढ़ मानी जाती है लेकिन पहली बार वसीम कुरैशी द्वारा भाजपा की टिकट से दावेदारी को लेकर सियासी गलियारे में तूफान मचा हुआ है। पहली बार मुस्लिम उम्मीदवार द्वारा भाजपा से टिकट की दावेदारी को लेकर पार्टी के ही दूसरे उम्मीदवारों में खलबली मची हुई है। बता दें कि फिल्म निर्माता निर्देशक वसीम कुरैशी फिल्मी दुनिया से जुड़े हुए हैं जिन्होंने शहर को फ्री एंबुलेंस सेवा देकर एक हॉस्पिटल और कॉलेज की घोषणा की जिससे नेताओं में खलबली मची हुई है। सूत्रों की माने तो पार्टी के ही कुछ जयचंद फिल्मी सीन को उठाकर दूसरे तरीके से जनता और बड़े नेताओं के बीच पेश कर छवि खराब करने में जुटे हुए हैं ताकि टिकट कटने में आसानी हो सके लेकिन वसीम कुरैशी भी एक बड़े खिलाड़ी माने जाते हैं जो सोशल मीडिया पर आकर अपनी बात जनता के बीच रख रहे हैं। सपा में भी टिकट को लेकर एक दूसरे के ऊपर कीचड़ उछाले जा रहे हैं। बताया जाता है कि पिछले निकाय चुनाव में हाजी फैसल का टिकट काटकर दूसरे प्रत्याशी को दिया गया था जिसमें अगली बार हाजी फैसल को ही टिकट देने का आश्वासन मिला था। राजनैतिक पंडितों की माने तो कुछ लोग दूसरी बार भी हाजी फैसल का टिकट कटाने में जुटे हुए हैं लेकिन जनता उन्हें बेचारा कहकर संबोधित कर रही है कि पिछली बार भी उनका टिकट कट गया था अबकी बार तो टिकट उन्हें ही मिलना चाहिए। किस पार्टी का टिकट किसको मिलेगा यह तो अभी नहीं कहा जा सकता लेकिन पार्टी के लोग ही पार्टी के नेताओं की छवि खराब करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं जिससे पार्टी की भी जमकर किरकिरी हो रही है।
पार्टी की छवि खराब करने वालों पर कब चलेगा चाबुक – पार्टी में रहकर पार्टी की छवि खराब करने को लेकर जनता के बीच अब एक सवाल आम होने लगा है कि ऐसे नेताओं के खिलाफ कार्यवाही कब होगी जो खुद पार्टी की छवि खराब करने में तुले हुए हैं। जानकारों का मानना है कि अगर पार्टी जिताऊ प्रत्याशी को टिकट नहीं देती है तो वह खुद ही अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारेगी।
जयचंद खेल बिगड़ने में जुटे – कहावत है कि जब लोमड़ी को अंगूर खाने के लिए नहीं मिले तो लोमड़ी अंगूर को खट्टे बताने लगी उसी तर्ज पर पार्टी के जयचंद भी टिकट ना मिलता देख पार्टी के ही नेताओं की किरकिरी करने में लगे हुए हैं। झूठी और सच्ची कहानी बनाकर बड़े नेताओं के सामने पेश की जा रही है। दूसरे पर तो कीचड़ उछाला जा रहा है लेकिन खुद अपने गिरेबान में झांकने की कोशिश नहीं कर रहे हैं।
PLZ Subscribe RN TODAY NEWS CHANNEL https://www.youtube. com/channel/UC8AN- OqNY6A2VsZckF61m-g PLZ Subscri be न्यूज़ या आर्टिकल देने के लिए संपर्क करें (R ANSARI +919927141966)