
नजीबाबाद रोडवेज परिसर के बाहर जहां लोग बसों की इंतजार में खड़े रहते हैं क्योंकि रोडवेज परिसर में भीड़ अधिक होने के कारण जाम जैसी स्थिति बन जाती है जिसके कारण उत्तराखंड की ज्यादातर बसें रोडवेज परिसर के बाहर से ही सवारी बैठाकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो जाती है और साथ ही सभी बच्चों के स्कूल भी बंद हो चुके हैं इसके कारण हर परिवार स्कूल की छुट्टियों में अपने बच्चों कहीं ना कहीं घुमा कल लाना चाहते है वही नजीबाबाद यूपी उत्तराखंड की सीमा को जोड़ता है जिसके कारण उत्तराखंड परिवहन निगम की बसें ज्यादातर नजीबाबाद परिवहन हो से होकर ही गुजरती है इसलिए बसों की इंतजार में यात्रियों को रोडवेज परिसर के बाहर घंटो घंटो खड़ा रहना पड़ता है लेकिन बस स्टैंड परिसर के बाहर पीने के पानी की समस्या पिछले काफी समय से बनी हुई है पहले रोडवेज परिसर के बाहर सरकारी हैंडपंप की सुविधा उपलब्धि थी लेकिन हेडपंप से गंदा पानी आने के कारण उस हैंडपंप को भी वहां से हटा दिया गया जिसके कारण रोडवेज पर आने वाले यात्री तो पीने के पानी के लिए परेशान होना पड़ता हैं साथ ही रोडवेज परिसर के बाहर रेडी लगाने वाले दुकानदारों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है अगर रेडी वालों को पीने के पानी की आवश्यकता होती है तो वह दूरदराज के इलाकों से इतनी भीषण गर्मी में पानी भरकर लाते हैं और अपनी प्यास बुझाते हैं लेकिन नजीबाबाद नगरपालिका इतनी बड़ी समस्या का समाधान करने को तैयार नहीं है।

जबकि पिछले चेयरमैन ने जिनका कार्यकाल भी काफी लंबा रहा है जब उनसे इस समस्या के बारे में बताया गया की रोडवेज परिसर के बाहर पीने के पानी का अभाव है तो उन्होंने अपनी सक्रियता दिखाते हुए रोडवेज परिसर के बाहर ठंडे पानी के फ्रीजर की व्यवस्था कराई और दो-चार फोटो फ्रीजर के पास खड़े होकर खिंचवा कर पानी का फ्रीजर रोडवेज परिसर के बाहर से कब गायब हो गया किसी को इसका पता ही नहीं चला जबकि पूर्व चेयरमैन ने नजीबाबाद के विभिन्न स्थानों पर चाहे वह मंदिर और मस्जिद हो पब्लिक प्लेस एरिया हो बाजार हो हर स्थानों पर बड़ी मात्रा में ठंडे पानी के फ्रीजर की व्यवस्था कराई गई जिससे कि भीषण गर्मी में पानी के लिए किसी को परेशान ना होना पड़े लेकिन नजीबाबाद के पूर्व चेयरमैन को नजीबाबाद रोडवेज याद ही नहीं आयी जहां पर प्रतिदिन बड़ी तादाद में लोग यात्रा करने के लिए नजीबाबाद से बाहर जाते हैं नजीबाबाद रोडवेज पहले से ही भीड़भाड़ वाला बस अड्डा रहा है इस सब के बावजूद नगरपालिका की पीने के पानी के प्रति कितनी बड़ी लापरवाही हजम होने योग्य नहीं है क्या जरूरी है कि जिसको प्यास लगेगी वह पैकिंग वाटर ही खरीद कर पिएगा हर किसी व्यक्ति की जेब में इतने पैसे नहीं होते कि वह पैकिंग वाटर खरीदकर पिए।
जबकि उत्तर प्रदेश में प्रदेश की योगी सरकार पीने के पानी के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं प्रदेशवासियों को अपने अपने स्तर से दे रही है जिससे कि किसी भी जिला कस्बा नगर या किसी भी स्थान पर लोगों को पीने के पानी की समस्या का सामना ना करना पड़े और उत्तर प्रदेश सरकार में ऐसा संभव भी हुआ है अपने प्रदेशवासियों को उत्तम पीने की व्यवस्था प्रदेश सरकार का प्रमुख उद्देश्य रहा है लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार में बैठे कुछ प्रशासनिक अधिकारी उत्तर प्रदेश सरकार की छवि धूमिल करने का कार्य कर रहे कर रहे हैं जिनके कारण रोडवेज परिसर के बाहर रेडी वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और बाहर से आए यात्रियों को भी उनकी लापरवाही के कारण काफी परेशानी उठा रहे हैं।

वहीं जानकार को तो यहां तक कहना है कि पानी की इतनी बड़ी समस्या को देखते हुए रोडवेज परिसर के बाहर रेडी लगाने वाले लोगों ने आपस में चंदा कर नगरपालिका की टंकी को लगवाया जिससे कि आसपास की चाय की दुकान वालों को फल वालों को जुश वालों को और यात्रा करने वालों को पीने के पानी की समस्या का सामना ना करना पड़े लेकिन नजीबाबाद और रोडवेज द्वारा उस लाइन में रोडवेज ने 1 लाइन और जोड़ दी जिसमें नजीबाबाद रोडवेज वाले मोटर लगाकर जमकर पानी का मजा ले रहे हैं लेकिन उसी लाइन में 1 इंची का मोटा पाइप डालकर रोडवेज परिसर के बाहर लगी पानी की टंकी में पीने की पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है जिसके कारण अब उस लाइन में पीने का पानी नहीं आता और कभी आ भी जाता है तो थोड़ा बहुत जिसके कारण आसपास की रेडी वाले पीने के पानी से परेशानी उत्पन्न हो रही हैं जिसकी वजह से रेहड़ी वालों को पीने के पानी को भरने के लिए दूरदराज के इलाकों में जाना पड़ता है इतनी भीषण गर्मी में दूर से पानी लाना अपने आप में ही एक बहुत बड़ी परेशानी है जिसका सामना रेडी लगाने वाले उठा रहे हैं लेकिन नगरपालिका इस और ध्यान देने को तैयार नहीं है।
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