अजी इस आशिकी में तुम ‘मेरा ईमान लोगे क्या ?
‘मेरी फितरत,‘मेरी आदत, ‘मेरी पहचान लोगे क्या ?
मुझे मालूम है तुमको नहीं मुझ सा मिला कोई,
मुझे अपना समझते हो तो’ मेरी जान लोगे क्या ?
‘मेरी फितरत,‘मेरी आदत, ‘मेरी पहचान लोगे क्या ?
मुझे मालूम है तुमको नहीं मुझ सा मिला कोई,
मुझे अपना समझते हो तो’ मेरी जान लोगे क्या ?
आप आधार कार्ड याद रखिये
शालू राठी